दिल्ल की बात न पूछ,
दिल तो आता रहेगा
दिल बहकाता रहा है,
दिल बहकाता रहेगा
दिल को हम ने कुछ समझाया होता
सहमे से रहते हैं,
जब ये दिन ढलता है
एक दिया बुझता है,
एक दिया जल्ता है
तुम ने कोई तो दीप जलाया होता
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Why I consider Gulzar as my favourite poet/lyricist because I feel that I am living his lyrics.
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